Posts

Showing posts from August, 2018

वो समुंदर की गहराई जैसा है

वो समुंदर की गहराई जैसा है ! वो पलको के नीचे परछाई जैसा है ! मेरे एहसास को छूने वाला वो मेरे लिए खुदा की रहनुमाई जैसा है ! मान की नहीं समझा उसने कभी  मुझे अपने काबिल ! पर फिर भी वो  मेरे लिए खुदा की खुदाई जैसा है! और दर्द में भी वो मेरे, मेरे लिए बजती किसी शादी की शहनाई जैसा है ! वो ओस की बूंदों की नरमी जैसा है  ! और सर्द रातों में मिलती किसी गरमाई जैसा है ! मेने जब भी देखा आंखों में उसकी ! मेने जब भी देखा आंखों में उसकी ! तो लगा वो मेरे दिल में छुपी किसी सच्चाई जैसा है ! मेरे एहसास को छूने वाला वो मेरे लिए खुदा की रहनुमाई जैसा है !

मेरे देश की फिजा

Image
कभी मेरे देश में भी चैनो अमन की हवा बहती थी! कभी मेरे देश में भी सुकून की लैहर रहती थी! अब मेरे देश की फिजाओं में ये कौन सा जहर खुलने लगा है! अब ये देश आतंकवाद,जातिवाद और सांप्रदायिकता जैसे मुद्दों से उबलने लगा है!  ये धुआँ बन के मेरे देश की शांति और सुकून को निगलने लगा है! अभी भी बक्त है अपने देश को सम्भालो यारों! इन दर्द भरे मुद्दों से बाहर निकालों यारों! इसे पहले जैसा बना लो यारों

उसके होठों ने मेरे नाम को

उसकी बातों में कभी मेरा जिक्र हुआ तो होग ! उसकी बातों में कभी मेरा जिक्र हुआ तो होग! उसके होठों ने मेरे नाम को छुआ तो होगा! ना सही मैं उसके काबिल,ना सही मैं उसके काबिल! पर मेरे ना काबिल होने का एहसास उसके दिल में हुआ तो होगा! इस बहाने सही, इस बहाने सही! पर मेरे किसी एहसास ने  उसके दिल को छुआ तो होगा ! मालूम है ना हम उसके हैं ना वो हमारा है! मालूम है ना हम उसके हैं ना वो हमारा है! पर दिल को बहलाने के लिए अब इन वाहनों का ही सहारा है! मोहब्बत का बस यही फसाना है,मोहब्बत का बस यही फसाना है! जीसे अब हमें अकेले ही निभाना है! वो क्या जाने क्या दर्द है अब हमार ! वो क्या जाने क्या दर्द है अब हमार ! उसके बिन दिल को जीना अब कहां गवारा है! उसके बिन दिल को जीना अब कहां गवारा है! अब तो बस इन वाहनों का ही सहारा है!