कितने लम्हें गुजारे है मैंने तन्हाई में

कितने लम्हें गुजारे है मैंने तन्हाई में।
हर लम्हें में उसकी याद आती रही।
वो कहता है रहा भूल जा तू मुझे।
मैं कहता रहा तू याद मत आ मुझे।
वो कहता रहा मैं दर्द हूं तेरा।
मैं कहता रहा तू सुकूं है मेरा
वो कहता रहा मेरे एहसास से कुछ नहीं होगा हासिल तुझे।
मैं कहता रहा तेरे बाद नहीं होगी जिंदगी गवारा मुझे
उसने कहा मैं बस बेबसी हूं तेरी
मैंने कहा तू ही तो बस जिंदगी है मेरी, तू ही तो बस जिंदगी है मेरी, तू ही तो बस जिंदगी है मेरी

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