वीरानू में ना जया करो

ऐसे वीरानू में ना जया करो!
खामोशी से अपना दामन बचाया करो!
हमसे पूछो इन खामोशियों की दास्तां!
कितनी तकलीफ है इनकी पनाहों में!
कितना दर्द है इनकी राहों में!
हम तो जीते आए हैं इन्हीं की निगाहों में।

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