मा.






माँ के प्यार को समझो यारो

जिसने तुझे हंसना सिखाया!

जिसने तुझे चलना सिखाया!
जभी तू रोया उसने ही तुझे चुप कराया!
पर सोच कर तो देख उस भगवान समान माँ के हिसे में क्या आया!
वो माँ ही थी जो रातों को तेरे लिए जागती रही!
वो माँ ही थी जो अपना दर्द छुपा!
तेरा दर्द कम करने को तुझे रात भर निहारती रही!
रात भर मुझे दुलारती रही, पुचकारती रही!
तेरा नाम बार-बार प्यार से पुकारती रही
तेरे लिए सब से लड़ाई तुझको बचाती रही!
पर सोच कर देख तू ,तुझे पाकर उसकी किस्मत में आखिर क्या आया!
कभी तुने उसे बेदर किया, कभी दूर उसे अपना घर किया!
वो फिर भी खामोश तेरा इंतजार करती रही!
वो फिर भी अपने बच्चों से प्यार करती रही!
कभी तेरे लौट आने का इंतजार करती रही!
तू फिर भी ना आया।
लेकिन तेरे एक पोस्ट ने फेसबुक पर मदर डे जरूर मनाया!
तू माहन है तूने माँ की ममता को फेसबुक तक पोहचाया!
ये भी अजीब है तरीका माँ से प्यार निभाने का!
दर्द देकर उसे जमाने से छिपाने का!






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