तेरी तारीफ




तेरी तारीफ तो दिल ने बहुत की।
पर तुझे समझ ही न आई। 
फिर भी इन खामोश आंखो ने।
तेरी तारीफ में एक पूरा समुंदर लिख डला।
वो बात अलग है कि होट उसे गुनगुना न पाए। 
आखिर हम तुझे कुछ भी समझ ही न पाए।

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