शायर हूं मैं 0
1.
- प्यार करता हूं जज्बात रखता हूं
- कोई कुछ भी कहे मुझसे
- पर मैं अपने दिल की ही सुनता हूं
- हालात कितनी भी हो मेरे खिलाफ
- पर मैं अपनी राह खुद ही चुनता हूँ।
2.
- ये मसले हैे कुछ यूं हल्ला हो पाएंगे
- दिलों के जख्मों यूं ही मरहम ना हो जाएंगे
- बीते हुए कल के गम आज हमदम ना हो जाएंगे
3.
- मैं फलक से उसके लिए चांद भी ले आता
- वो कहता तो मैं पूरा आसमान भी ले आता,
- वो कहता तो सही मैं उसके लिए अपनी जान भी दे आता
- साथ उसका मुझे जान से भी बढ़कर था
- पर उसके दो अल्फ़ाज़ जुदाई वाले मैं कहां से पता
- वो कहता तो मैं उसके लिए जान भी दे आता।
4.
- मैं उल्फत के वो सारे फसाने पीछे छोड़ आया।
- मैं अपनी दोस्ती के वो हसीन जमाने के पीछे छोड़ आया
- अब तो तन्हा खड़ा हूं इस मोड़ पर।
- हा मैं अपने बचपन के वो सारे ठिकाने पीछे छोड़ आया।
- बस उन हसीन यादों का दर्द साथ ले आया।
- जिन्हें मैं पीछे छोड़ आया।
5.
- कहीं ख्वाबों की बारिश है
- कहीं सपनों की फरमाइश है
- जिंदगी दोस्तों बहुत बड़ी आजमाइश है।
6.
- किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम
- बहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हम
- अब किसी को क्या बताए आजकल इतने क्यों बदल गए हम।
7.
- ये दुआ है मेरी कि तुझे तेरी मंजिल का पता मिल जाए
- हर ख्वाहिश हो पूरी तेरी, तुझे तेरा खुदा मिल जाए
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